आंखों पर लगाईं रिश्तो की पट्टीऔर चल पड़े उंगली पकड़ पीछे जहां हाथ छुड़ा गिरे लड़खड़ाकरछोड़ गए अंधा बना कर राहों...! रिश्तों का अंधापन - Seemona solanki
आंखों पर लगाईं रिश्तो की पट्टीऔर चल पड़े उंगली पकड़ पीछे जहां हाथ छुड़ा गिरे लड़खड़ाकरछोड़ गए अंधा बना कर राहों...! रिश्तों का अंधापन
- Seemona solanki