15 DEC 2017 AT 0:02

मुस्कराहट तो वक़्त का तगाज़ा है "कलश"।

वरना छेड़ो तो हर दिल में दर्द बेहिसाब छुपे हैं।।

- © एक_स्याही(कलश)✍