इस मधुयामिनी रात मेंआओ खो दें होश हमपी लें एक दूजे को यूँकि हो जाएँ मदहोश हमतेरे गन्धवाही केश में, रात भर उलझा रहूँचंदन बदन के इंगितों, से लिपट सुलझा रहूँ देह के शीतल तपन में, आज सध जाने दोयौवन की तेरी आग में, आज भीग जाने दो-'अमलतास' ©SHREEH -
इस मधुयामिनी रात मेंआओ खो दें होश हमपी लें एक दूजे को यूँकि हो जाएँ मदहोश हमतेरे गन्धवाही केश में, रात भर उलझा रहूँचंदन बदन के इंगितों, से लिपट सुलझा रहूँ देह के शीतल तपन में, आज सध जाने दोयौवन की तेरी आग में, आज भीग जाने दो-'अमलतास' ©SHREEH
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क्या वहम है, ताउम्र तुझमें वही बात होइक दौर है अब, तू जाते-जाते चला गया -
क्या वहम है, ताउम्र तुझमें वही बात होइक दौर है अब, तू जाते-जाते चला गया
ग़नीमत है, ग़नीमत होते हैंलड़कों के भी मुसीबत होते हैंबाज़ार देखकर पता चलता हैलोग कितने हक़ीक़त होते हैं -
ग़नीमत है, ग़नीमत होते हैंलड़कों के भी मुसीबत होते हैंबाज़ार देखकर पता चलता हैलोग कितने हक़ीक़त होते हैं
शहर-शहर भटक रहे इश्क़ बदहवास करदेखते हैं क्या मिलेगा इस शहर में खासकर -
शहर-शहर भटक रहे इश्क़ बदहवास करदेखते हैं क्या मिलेगा इस शहर में खासकर
इतनी ख़ामोशी थी कि ख़्वाब जल रहे थेऔर लोग कहते हैं बंदा सिगरेट पीता है -
इतनी ख़ामोशी थी कि ख़्वाब जल रहे थेऔर लोग कहते हैं बंदा सिगरेट पीता है
ज़िन्दगी कोई इतना क्या ख़राब करता हैमत भूल, खुदा सबका हिसाब करता हैतू जो अंगुरों को गला देता है शराब मेंदेख ले, फिर वही काम शराब करता है -
ज़िन्दगी कोई इतना क्या ख़राब करता हैमत भूल, खुदा सबका हिसाब करता हैतू जो अंगुरों को गला देता है शराब मेंदेख ले, फिर वही काम शराब करता है
वो जो बेवजह ही छत उजाड़कर चले गएएक शख्स हर रात उसे बद्दुआ देता हैहर बदलते मौसमों में, नई बदली, नया सहरफिर जाकर वो तारों को दुआ देता हैधूप में बैठकर देखता है इक ओर हार को और फिर जीत की आग को धुआं देता है -
वो जो बेवजह ही छत उजाड़कर चले गएएक शख्स हर रात उसे बद्दुआ देता हैहर बदलते मौसमों में, नई बदली, नया सहरफिर जाकर वो तारों को दुआ देता हैधूप में बैठकर देखता है इक ओर हार को और फिर जीत की आग को धुआं देता है
नए सब ख्व़ाब मिलकर, हमें ऐसे बुलाती हैकिनारे पर लगी सीपें, जैसे दरिया म़े जाती हैवक्त यूँ बदला, कहीं कुछ ख़्वाब बदल गएपुराने ख्वाब से कहना, तुम्हारी याद आती है -
नए सब ख्व़ाब मिलकर, हमें ऐसे बुलाती हैकिनारे पर लगी सीपें, जैसे दरिया म़े जाती हैवक्त यूँ बदला, कहीं कुछ ख़्वाब बदल गएपुराने ख्वाब से कहना, तुम्हारी याद आती है
खुदकी हार के आँसू को, रौंदकर गुज़र जानाबड़ी मुश्किल है यूँ रातों में दिल का भर आना -
खुदकी हार के आँसू को, रौंदकर गुज़र जानाबड़ी मुश्किल है यूँ रातों में दिल का भर आना
मैं मरा अगर, तेरी दाँतों को खूँ लगेंगेवरना ताउम्र, तुझे मेरे आँसू लगेंगे -
मैं मरा अगर, तेरी दाँतों को खूँ लगेंगेवरना ताउम्र, तुझे मेरे आँसू लगेंगे