एहसासों में समेट कर तुझे आज भी जिंदा रखा है,वो क्या है न, मेरे एहसास मेरी रूह से जुदा नहीं होते ।। - ©Satty ©रूहानियत
एहसासों में समेट कर तुझे आज भी जिंदा रखा है,वो क्या है न, मेरे एहसास मेरी रूह से जुदा नहीं होते ।।
- ©Satty ©रूहानियत