एक दिन याद करने को कोई किस्सा नही हूँ मैंयाद रखों, इस समाज का एक अहम हिस्सा हूँ मैं। - सरितासृजना
एक दिन याद करने को कोई किस्सा नही हूँ मैंयाद रखों, इस समाज का एक अहम हिस्सा हूँ मैं।
- सरितासृजना