दीवारें अगर कुछ कह पातीतो सुनाती अपनी कहानीकैसे तुम हथोड़े से ठोक करटांगते हो रोज अपनी नई कहानी - Saakshi
दीवारें अगर कुछ कह पातीतो सुनाती अपनी कहानीकैसे तुम हथोड़े से ठोक करटांगते हो रोज अपनी नई कहानी
- Saakshi