4 JUL 2018 AT 15:00

तू कभी भी हमारा हो न पाएगा
तुझसे मिंलना दोबारा हो न पाएगा

हम दोनों एक नदी के दो किनारे हैं
पास दोनों कभी किनारा हो न पाएगा,

हम अकेले ही रह लेंगे ग़मों के सहारे
तू कभी मेरा सहारा हो न पाएगा,

मिल के हम तुझसे कब जुदा हो गए
ये दिल अब कभी तुम्हारा हो न पाएगा,

हाले दिल हम अपना कहेंगे न किसी से
कोई अब हमको तुमसे प्यारा हो न पाएगा...!!!!!

♥️संतोष गुड़िया♥️

- Gudiya