Sanskriti Jha   (Sanskriti jha)
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I write to learn, every lesson thoroughly
of this book called- "life" .
Joined 2 November 2017


I write to learn, every lesson thoroughly
of this book called- "life" .
Joined 2 November 2017
9 JAN AT 13:17

We are so alone in this world full of people
Always smiling with sadness within
Always dreaming of tomorrow without
Enjoying the present moment to the fullest
We are a generation who had kept love of Romeo and Juliet by the bedside
And instant love story in our pockets
We are a generation who love our loneliness too much, giving it the name of solitude
we are poets much!
We love classics
But go to clubs
We are the generation who knows what real love feels like and runs from it all the same
We are afraid of attachment
But get attached easily
We are afraid to fly
So we drown every night in our broken dreams
What kind of weird we are
Still trying to fit in
In a world which is too sober for us
Still trying to raise our toast
Too insane for this sane world
Still standing
Still smiling
Still trying to live
Still trying to keep on going...
And that's what needed right
Keep going...

Cheers 🥂

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2 JAN AT 0:22

रात भी है और चांद भी
शिकायतें तेरी इसीसे करती हूं
तू भी कहीं दूर निहार रहा होगा इसे
चल यही मान इजहार भी इसीसे कर लेती हूं....

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1 JAN AT 17:00

Home is where you live with me
Others are just cities, I live in.. love...

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30 DEC 2023 AT 18:18

मस्त हैं वो दो आंखें तेरी
तू कहती है बात नहीं करनी
और ये हैं की बोलना ही नहीं छोड़ती...

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29 DEC 2023 AT 15:58

जरूरी नहीं हमेशा शुरुवात ही खूबसूरत हो
कभी कभी अंत भी तो खूबसूरत हो सकता है ना...

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19 DEC 2023 AT 12:46


अगर आप अंदर से जिंदा है तो
शोक भी उम्र की तरह है
समय के साथ बढ़ते रहते है

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18 DEC 2023 AT 22:50

खत लिखे थे काफी
तुझे मेने बस भेजने की हिम्मत कभी जुटा ना पाई
आज पता चला देर करली काफी मेने
जब डाकिया से तेरे लिखी चिट्ठी पाई

लिखा था उसमे तूने
ओ प्रिय आज भी याद तो बहुत करता हु तुम्हे
पर अब तुम्हारी राह और नही देख सकता
दिल में आज भी तुम्ही बसी हो
पर अब किसी को बता नहीं सकता

चाहता था की तुम मेरे आंगन की तुलसी बनो
बनो तुम मेरी परछाई
पर जनता हू तुम्हारी भी बहुत सी मजबूरियां है
की तुम आज तक किसी को मेरे बारे मैं बता ना पाई

जनता हू तुम्हे भी प्रेम है मुझसे
पर कर नही सकता मैं तेरी रुसवाई
इसलिए समेट कर अपने दिल में
हम दोनो की मोहब्बत
लेता हु में तुझसे विदाई
विदा मुझे करना खुशी से तू
ना होने देना उन आंखों को नम
अभी तक तेरा इंतजार करता था दूसरे गांव से में
अब करूंगा दूसरे जहां से
ना है इसमें मुझे कोई भी गम

पर जब भी तू उस आसमान की तरफ देखे
मुस्कुरा देना तू मेरे लिए
जिस मुस्कान को तरस जाता में
देखने के लिए इस धरती पे
देखता हु कोन रोक पायेगा मुझे करने से उसका
दीदार उस जहां से...

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15 DEC 2023 AT 23:11

प्रेम आज भी है तुमसे
कल भी रहेगा
मेरे वजूद में तेरा वजूद हमेशा
समाया रहेगा
मेरी सांसों में हमेशा रहेगी तेरी सासों की खुशबू
तू रहे या ना रहे मेरे पास
मेरे साथ तू हमेशा रहेगा
मेरी सोच का हमेशा तू एक हिस्सा रहेगा
मेरी जिंदगी का हमेशा तू एक किस्सा रहेगा
चाहूं कितना भी मिटाना मैं तुझे अपने ह्रदय से
तू उसमे रहेगा
हमेशा रहेगा।

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15 DEC 2023 AT 23:01

मसरूफ हूं
तो आबाद हूं
वरना तेरी यादें
बर्बाद करने में लगी हैं मुझे...

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11 DEC 2023 AT 23:02

दर्द होना लाजमी है
हम भी तो इंसान है आखिर
कभी तुम खुदा कहा करते थे हमे
पर ये न पता था किस कारण से...

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