तेरी यादों में ऐसी कौन सी हवा है,जिसके बिना मेरा दम घुटने लगता है। - Sanjaykumar sahu
तेरी यादों में ऐसी कौन सी हवा है,जिसके बिना मेरा दम घुटने लगता है।
- Sanjaykumar sahu