20 MAR 2018 AT 17:26

#त्रिवेणी

साँसों के चंद दाने, दानों के चंद रिश्ते,
रिश्तों में कैद रहकर, 'पिंजरा' सम्हालना है।
जीना नहीं है, केवल जीवन निकालना है।।

- संजय