21 JUL 2017 AT 21:09

उड़ान भरने के लिए, आसमान में देखा ही था,
जोर की बारीश कर तुने, मेरे पंख ही भीगा दिये,
प्रकृती की धुन स्वीकार कर अब नाच रहा हूं मैं,
खुदा, तेरी शर्तों पे जीना सिख रहा हूं मैं।

- Smile_Maker