रश्क़ करें के चूम लें इन कमबख्तों को नाज़ुक हथेलियां दुश्मन-ए-दीदार हो गयीं - समीर
रश्क़ करें के चूम लें इन कमबख्तों को नाज़ुक हथेलियां दुश्मन-ए-दीदार हो गयीं
- समीर