इक लम्हा मिला आज रूठा हुआ सा मुझकोगोद उठाकर उसको मैं अपने घर ले आया - समीर
इक लम्हा मिला आज रूठा हुआ सा मुझकोगोद उठाकर उसको मैं अपने घर ले आया
- समीर