महक रोटियों की...
महक रोटियों की अब कहाँ बड़े शहरी घरों में रही ,
जाने कैसे हर शहर में अब तो बस पश्चिमी चकाचौन्द रही l
कभी खाते थे बड़े चाव से दाल-रोटी और दही ,
अब तो कतारें kfc, mcdonald's पर ही लग रही l
जंक फूड के युग में डॉक्टरो की आमदनी बढ़ रही ,
विदेशी कम्पनियाँ हर रोज कितनी जेबों को ठग रही l
रोटी की महक आज घरों से बिल्कुल लुप्त हो रही ,
चाओमीन बर्गर की माँग अब घरो में आज हो रही l
नई-नई बिमारियाँ आज भरी जवानी में अब लग रही ,
जब से हमारी थाली से हर रोज रोटी गायब हो रही l
महक रोटियों की अब कहाँ बड़े शहरी घरों में रही ,
जाने कैसे हर शहर में अब तो बस पश्चिमी चकाचौन्द रही l
-समर्पित सिंह राठौर
- Suketu