ज़ुल्म-ओ-सितम क वो दौर है साहबपत्थर को पत्थर होने का दुःख है -
ज़ुल्म-ओ-सितम क वो दौर है साहबपत्थर को पत्थर होने का दुःख है
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बहुत सारे लोग थे मेरी ज़िन्दजी मेंकुछ यार थे तो कुछ दुश्मन थे -
बहुत सारे लोग थे मेरी ज़िन्दजी मेंकुछ यार थे तो कुछ दुश्मन थे
राह पे उनको लगा तो लाये हैं बातों मेंऔर खुल जाएंगे दो-चार मुलाक़ातों में -
राह पे उनको लगा तो लाये हैं बातों मेंऔर खुल जाएंगे दो-चार मुलाक़ातों में
ऐसा हो सकता है सूरज भी डूबे अंधेरा भी न होक्या ऐसा हो सकता है बारिश भी बरसे और जमीन गीली न हो -
ऐसा हो सकता है सूरज भी डूबे अंधेरा भी न होक्या ऐसा हो सकता है बारिश भी बरसे और जमीन गीली न हो
बिल्लियों के रास्ता काटने को,अशुभ मानने वाले अंधविश्वासी इंसान ही,आजकल इंसानो का रास्ता काटते पायें जाते है। -
बिल्लियों के रास्ता काटने को,अशुभ मानने वाले अंधविश्वासी इंसान ही,आजकल इंसानो का रास्ता काटते पायें जाते है।
1 इच्छा2 भावना3 ज्ञान -
1 इच्छा2 भावना3 ज्ञान
बहुत से गम सावन-में-सावन के नही होते,उसे भी जयेष्ट का गम था मगर रोया सावन में! -
बहुत से गम सावन-में-सावन के नही होते,उसे भी जयेष्ट का गम था मगर रोया सावन में!
लोग झूठ बोलते हैंलोग कहते हैं,दोस्त से ज्यादा कोई वफ़ादार नही होता,मैं कहता हूं दोस्त से बडा कोई बेवफ़ा-और-मतलबी नही होता ! -
लोग झूठ बोलते हैंलोग कहते हैं,दोस्त से ज्यादा कोई वफ़ादार नही होता,मैं कहता हूं दोस्त से बडा कोई बेवफ़ा-और-मतलबी नही होता !
सुनोवो जो 2 दिन पहले ईद पर जो नए लड़के के साथतस्वीर डाली थी तुमने ,उसमे जो झुमका पहना थावो हमारी पहली मुलाकात का तोहफ़ा था ! -
सुनोवो जो 2 दिन पहले ईद पर जो नए लड़के के साथतस्वीर डाली थी तुमने ,उसमे जो झुमका पहना थावो हमारी पहली मुलाकात का तोहफ़ा था !
बात शक्लों की नहीं नस्लों की होती हैदोस्त और कुत्ता हमेशा नस्ली रखोकभी धोखा नहीं खाओगे -
बात शक्लों की नहीं नस्लों की होती हैदोस्त और कुत्ता हमेशा नस्ली रखोकभी धोखा नहीं खाओगे