हम तो कशती के इंतज़ार मे कबसे किनारे पर खड़े थे।खुदा इतना मेहरबान हुआ कि उसने बाढ़ ही भेज दी।। - साkshi
हम तो कशती के इंतज़ार मे कबसे किनारे पर खड़े थे।खुदा इतना मेहरबान हुआ कि उसने बाढ़ ही भेज दी।।
- साkshi