रुसवाई का सबक कुछ यूँ सीखा हैपत्थर से दिल लगा गुलाब सींचा है'रहनुमा' कुछ नादाँ मालूम होता है- साकेत गर्ग - साकेत गर्ग ’सागा’
रुसवाई का सबक कुछ यूँ सीखा हैपत्थर से दिल लगा गुलाब सींचा है'रहनुमा' कुछ नादाँ मालूम होता है- साकेत गर्ग
- साकेत गर्ग ’सागा’