23 JUN 2017 AT 14:54

कुछ अहसास, कुछ जज़्बात
कुछ बिखरे अल्फ़ाज़ लिखता हूँ

जो खो गया है तुम में, मुझ में कहीं
मैं वो खोये हुये अंदाज़ लिखता हूँ

- साकेत गर्ग

- साकेत गर्ग ’सागा’