कल तक खेलती थी जो मेरे साथ 'होली'आज उसने 'रंग' बदल लियाअब वो किसी और की 'हो' ली- साकेत गर्ग - साकेत गर्ग ’सागा’
कल तक खेलती थी जो मेरे साथ 'होली'आज उसने 'रंग' बदल लियाअब वो किसी और की 'हो' ली- साकेत गर्ग
- साकेत गर्ग ’सागा’