11 AUG 2017 AT 8:42

स्याही मेरे आंसू की गवाह थी
लब्ज चोटिल दिल का हाल।।
कलम अश्क़ इश्क़ की राह थी
शायर किया तूने दिल बेहाल।।

- संकेत