जिन अल्फ़ाज़ से कही नहीं जाती,उन दिलों की तड़प को कागज़ पर पनाह़ कर देखो , एक बूंद की शाही भी बेकार नहीं जाती। -
जिन अल्फ़ाज़ से कही नहीं जाती,उन दिलों की तड़प को कागज़ पर पनाह़ कर देखो , एक बूंद की शाही भी बेकार नहीं जाती।
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