जब लगे कभी कोई बाजारें हुस्न और बाजारें जिस्म
तब मुझे देखना सबसे कोने में खड़ा दिखूंगा मैं
जब लगे कभी कोई बाजारें दौलत और बाजारें शोहरत
तब मुझे देखना भीड़ में सबसे पीछे खड़ा दिखूंगा मैं
तब कौड़ियों के दाम सबसे सस्ते में बिकूंगा मैं
मगर जब कभी लगे कोई बाजार ए इश्क
तब मुझे देखना
सबसे आगे खड़ा दिखूंगा मैं
और तब मुझे बेचना सबसे महंगा बिकूंगा मैं
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