थोड़े ख्वाब थोड़ी ख्वाइश
इन सब में ही मेरी दुनिया कुछ यूं है
सोचता हूं के इतना खुश क्यों हूं मैं
शायद इसकी वजह ""तू"" है-
Poet
Shayar
Lyricist
Simple and humble
Dm for paid writing
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एक तरफा करलो मुहब्बत मेरे यार
दो तरफा में अक्सर धोखेबाजी ही मिलती है-
मोहब्बत एक ऐसा जाल है
जिसमे शुरू में निशानियां देते है जिसे संभाल कर रखा जाता है
और बाद में निशान रह जाते है जिसे हर कोई मिटाना चाहता है-
वो धोखेबाजी कर गए
कुछ यूं मुस्कुरा के
हम मौन से देखते रह गए
अपने आसूं छुपा के
ये मंजर याद रह जाएगा
ताउम्र मुझे ए मुर्शाद
उसने कर दी बेवफाई
मुझे बेवफा बता के-
Badal doon main apni kismat
jo mere hathon me likhi hai
Par usko bhi yaar mere
ye hunar aana chahiy-
Kuch to khayal unko bhi aaya hoga murshaad
Yuhi nahi wo khafa ho gaye the-
उनकी वफ़ा की कसमें
सारी झूठी निकलीं है मुरशाद
हम ही दीवाने थे जो
सच मान बैठे थे
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बदनसीबी है उनकी जो हम उनके ना हुए
खुशनसीब हैं हम जो वो हमारे नहीं है-
हम कहते हैं सच तो कोई मानता नहीं
वो मुस्कुरा के कहदें झूठ तो वो भी
रब की जबां हो जाती है-
हमारी अच्छाइयों से भी उन्हें हो रही थी दिक्कतें
हमें तो उनकी खामियों से भी मोहब्बत थी
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