18 DEC 2017 AT 19:14

सोचते हैं, क्यूँ न अलविदा ही कह दें?
वो जीने की वजह​ छिनने से पहले.....!
फिर न होगा वक्त जाया किसीका,
हमपर तोहमत लगने से पहले..........!!

- Dr. Rupali