13 JAN 2018 AT 3:17

मन्नत के धागे में असर न था?
के पाक दुआओं में दम न था?
जो भी हो, था तो क़िस्मत का लेखा!
मुरादों का पूरा होना ही वाजिब न था|

- Dr. Rupali