बादल के घिर जाने से, सूरज नही डूबा करता।, कभी मुश्किलों में कोई योद्धा,भागा ऊबा नही करता उसका तो काम है लड़ना, लड़ने से वो नही मरता मर जाता है वो उस वक़्त,जब मरने से है वो डरता।।
ये गाथा और कहानियां,वीरो की है गाई जाती अपने बालक से औरों तक,दुनिया को सुनाई जाती जब मन कभी हारी माने,तुम बात ये तब बतलाना हारी कभी हो नही सकती,जब तक हार न जाये माना।।
अब मेरे पास कोई ग़म आता नही देख किसी को कभी अब मैं मुस्कुराता नही दूर जाए या ठहरे कोई पास में, देख जाता किसी को अब वापस बुलाता नही
वो करते हैं बातें तो कर ली बातें चलते हैं साथ तो साथ भी हैं निभाते, छूट जाने के डर से, अब मैं घबराता नही, दूर जाता देख किसी को अब वापस बुलाता नही अब मेरे पास कोई ग़म आता नही।।