क्या सुनाऊं मैं आपको किसी भी !नग़मे की धुन याद नहीं !!दिल में दर्द तो ज़रूर है , लेकिन !गले में आवाज़ नहीं !!मेरी दास्तॉ की फ़ितरत तो देखिए !अँजाम तो है पर आगाज़ नहीं !! - दर्पन कानपुरी
क्या सुनाऊं मैं आपको किसी भी !नग़मे की धुन याद नहीं !!दिल में दर्द तो ज़रूर है , लेकिन !गले में आवाज़ नहीं !!मेरी दास्तॉ की फ़ितरत तो देखिए !अँजाम तो है पर आगाज़ नहीं !!
- दर्पन कानपुरी