वक़्त की फितरत है आदमी जैसी बदलता रहता हैआज तुम्हारे साथ है कल के दिन मेरे साथ होगा ✍ - रूपम बाजपेयी "रूप" Writer Sahiba
वक़्त की फितरत है आदमी जैसी बदलता रहता हैआज तुम्हारे साथ है कल के दिन मेरे साथ होगा ✍
- रूपम बाजपेयी "रूप" Writer Sahiba