22 FEB 2018 AT 14:36

ना काबिल हुई मिन्नतें, दलीलें, और मेरी दुआएँ,
तुम्हे मोहबब्त नहीं थी, बस दिल से खेलना था.....!

- उन्मुक्त स्याही "SaaR"