22 FEB 2018 AT 4:30

मेरे बीते हुए ख्वाबो में जान दे गई,
ये ज़िन्दगी है कुछ ज़ालिम सी,
बस मेरे पुराने ज़ख्मो को कुरेद गई.....!

- उन्मुक्त स्याही "SaaR"