मेरे बीते हुए ख्वाबो में जान दे गई,ये ज़िन्दगी है कुछ ज़ालिम सी,बस मेरे पुराने ज़ख्मो को कुरेद गई.....! - उन्मुक्त स्याही "SaaR"
मेरे बीते हुए ख्वाबो में जान दे गई,ये ज़िन्दगी है कुछ ज़ालिम सी,बस मेरे पुराने ज़ख्मो को कुरेद गई.....!
- उन्मुक्त स्याही "SaaR"