8 FEB 2018 AT 18:26

कैसे निभाऊं मैं नफरत तुमसे,
की हैं मैंने मोहब्बत शिद्दत से,
ना जाने क्या मुकाम आये हमारी मोहब्बत में,
कैसे मिटा दूँ यादों को तुम्हारी, अपनी आदत से.....!

- उन्मुक्त स्याही "SaaR"