18 AUG 2017 AT 21:15

जब मैंने उसका नाम लिखा कागज़ पर,
उसकी याद आ गई,
याद आई तो अश्क़ बहे,
अश्क़ बहे कागज़ पर और
उसका नाम फिर से मिट गया....!

- उन्मुक्त स्याही "SaaR"