23 JUN 2017 AT 22:07

इतना बेगैरत न समझ मुझे ए
जानेमन,
मैंने इश्क़ किया है तुझसे,
तुझे पाने के वास्ते,
ना की तेरे जिस्म में अपना
हक़ जताने के वास्ते,
मेरी धड़कन से पूछ ले
मेरा दिल धड़कता हैं
सिर्फ तेरे वास्ते......!

- उन्मुक्त स्याही "SaaR"