भुला देता हूं मैं तुम्हे हर सुबह,पर हर रात तेरी याद मुझे बिखेर देती हैं.....! - उन्मुक्त स्याही "SaaR"
भुला देता हूं मैं तुम्हे हर सुबह,पर हर रात तेरी याद मुझे बिखेर देती हैं.....!
- उन्मुक्त स्याही "SaaR"