19 AUG 2017 AT 17:27

क्या याद है तुम्हें वो शाम
जब कूर्सी पर बैठे-बैठे तुमने
एक स्केच बनाया था




आकर देखो
उस चिड़ये पर पंख निकल आया है॥

- Rohan Srivastava

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