Riya Premi   (Premi riya)
153 Followers · 44 Following

A stargazer ...
Joined 11 May 2017


A stargazer ...
Joined 11 May 2017
5 JAN 2022 AT 11:42

क्यों खालिस इश्क़ में नजदीकियों की बात करती है दुनिया , इंतज़ार की नही करती ? क्यों रात में चाँद और कविताओं की बात करती है दुनिया , बेचैन करवटों की नही करती ? क्यों प्यार में इज़हार की बात करती है मगर खामोशी की नही करती ? दिल की बेताबी की बात करती है मगर उलझन की नही करती ? क्यों आँखों के इशारों की बातें होती है मगर आंसुओ की नही होती ? क्यों दिल में सवाल होते हैं और मोहब्बत जवाब नही देती ?

-


4 JAN 2022 AT 13:01

हम बुरे थे क्योंकि तुम से नही थे
तुम अच्छे थे मगर वफादार नही थे ।

-


29 DEC 2021 AT 7:44

यादों से निकाल देना
सुना है दिल से निकलने के बाद भी
मोहब्बत यादो से रहती है ।

-


28 DEC 2021 AT 20:10

दुनिया समझदार कहने लगी तबसे ....
जबसे तमाम शिकायतों की पोटली बना कर एक अलमारी के कोने में रख दिया हमने , मिलेंगी किसी रोज सफाई के वक़्त , तब तक शायद शिकायत करने का लहजा भी आ जाए ।

-


26 DEC 2021 AT 21:48

जाम उठा के हाथों में मोहब्बत को खराब कह दिया ...
सुबह नशा उतरा तो जिंदगी मोहब्बत के बिना खराब थी।

-


24 DEC 2021 AT 22:55

क़भी कभी सोच कर आश्चर्य होता है कि कैसे किसी खुद को अपना कहने वाले इंसान को ये पता नही चल पाता कि मेरा अपना मुझ से एक अरसे से नाराज़ है । बस फर्क इतना है कि वो नाराज़गी उस डर से बहुत छोटी है जिसमें उसे खो देने का खौफ है और उसका सामना करने की झिझक ।

-


2 NOV 2021 AT 23:26

वो खफा रहते हैं आजकल
कि हम उनसा इश्क़ नही करते
वो जानते नही इश्क़ में तरीका नही होता
तू ज़िंदा है दिल में हज़ारों कमियों के बाद भी
बस हमसे कभी छुपाया नही जाता
यूँ तो खूब काबिल समझते हैं वो खुद को
पर आंखों को पढ़ना उनको भी कहाँ आया
कहने को तो हैं शिकायते बहुत
बस उन्हें कभी पूछना नही आया
और हमें जताना नही आया।

-


2 NOV 2021 AT 23:11

Just curious to know,
Why nobody is talking about importance of emotional intimacy in love ?

-


27 JUL 2021 AT 11:25

इश्क़ ये नही वो है ,
गुमराह करने को ज़माना था
हम बने ही थे बर्बाद होने को
तेरा मिलना तो एक बहाना था।

-


9 MAY 2021 AT 23:23

कुछ रुक गए हैं जरा आराम करने को
पर रुकना आखिर हिस्सा है सफर का
आगे बढ़ने को ,
रास्ते मुश्किल हैं सबके
रफ्तार भी अलग है
पर मुसाफिर हैं यहाँ सब
ये रास्ते को भी खबर है
परख रहा है रास्ता
हर एक मुसाफिर को
मन्ज़िल उत्सुक है जानने को
कठिन मुसाफिर है या रास्ता ।

-


Fetching Riya Premi Quotes