आशिक़ी करी थी हमने, दिल लगा बैठे थे ज़िन्दगी की डोर तुम्हें थमा बैठे थे अब तुम जो हमे छोड़े जा रहे हो दिल हमारा साथ ले जा रहे हो मगर रोकेंगे न आज हम तुम्हें और परेशान न करेंगे हम तुम्हें जानतें हैं जीना बिन तुम्हारे होगा मुश्किल तुम खुश रहो बस यही है हमारी ख्वाहिश
मैं कभी कभी तुम्हे परेशान कर दिया करूँगा तुम मुझे कुत्ता कमीना बोल के रूठ जाया करना, मैं फिर तुम्हे मनाने की कोशिश किया करूँगा तुम हस के माफ कर दिया करना।