फ़ितरत से तो मैं इन्सानी हूं !पूछो जात तो हिन्दुस्तानी हूं !!फ़ना ए खाक जिस्म होना है !दरअस्ल तो मैं लाफ़ानी हू !!उल्फ़त ने जहाँ को बख्शी है !यकीं करो मैं वो निशानी हूं !! - दर्पन कानपुरी
फ़ितरत से तो मैं इन्सानी हूं !पूछो जात तो हिन्दुस्तानी हूं !!फ़ना ए खाक जिस्म होना है !दरअस्ल तो मैं लाफ़ानी हू !!उल्फ़त ने जहाँ को बख्शी है !यकीं करो मैं वो निशानी हूं !!
- दर्पन कानपुरी