27 JUN 2017 AT 18:53

फ़ितरत से तो मैं इन्सानी हूं !
पूछो जात तो हिन्दुस्तानी हूं !!

फ़ना ए खाक जिस्म होना है !
दरअस्ल तो मैं लाफ़ानी हू !!

उल्फ़त ने जहाँ को बख्शी है !
यकीं करो मैं वो निशानी हूं !!

- दर्पन कानपुरी