चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़   (Shah Asad Nafis*)
9.9k Followers · 276 Following

read more
Joined 18 October 2017


read more
Joined 18 October 2017

बस एक मुलाकात की ख्वाहिश में मर गया मैं
कि लाश देखने आए भीड़ में शायद वो भी हों !

-



धड़कनें गूँजती हैं सीने में
सोचो कितने सुनसान हो गए हैं हम !

-



दिल चाहता है कि आग लगाकर दिल को
ख़ुद कहीं दूर खड़ा होकर तमाशा देखूँ !

-



मैंने कहा ना, आपको फ़र्क़ नही पड़ेगा
आपके सीने में तलवार थोड़ी ना चली है !

-



चलिए फिर से आज वही पुरानी कहानी सेंका जाए
आँख बंद खड़ा होता हूँ मैं,मुझपे पत्थर फेंका जाए!

-



मुझसे बात नही करोगी ना ?
ठीक है..मेरे कब्र में आओगी ना..मैं भी ऐसा ही करूँगा !

-



पहले कभी धड़कता था ये दिल
अब बस काँपता है!

-



“ मेरा दर्द! “

Goosebumps Guaranteed!
Link in the bio.

-



मुझे देखते ही चिल्ला उठे हकीम
‘कि लाशों की इलाज वो नही किया करते!’

-



आसमान पे लेकर गयी थीं वो मुझे
हाँ साहिब वहीं से गिराया गया शख़्स हूँ मैं!

-


Fetching चीख़ते ये मेरे बेज़ुबान लफ़्ज़ Quotes