17 JUN 2017 AT 16:41

"तलाश"

चलो उम्मीदें दफन हुई,
अब काम की तलाश की जाए...
सदियों से अश्क़ पीते रहे,
अब जाम की तलाश की जाए...
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खैर जो हुआ उसे छोड़कर,
अब ज़िन्दगी का मज़ा लेते है...
बहुत जी लिए गैरो के लिए,
अब अपने नाम की तलाश की जाए...

- रवि शर्मा 'वीर'