सुनते हो !सभी कह रहें हैं, आज साल का अंतिम दिन है!अंत भला तो सब भला! सुनते हो! नए साल की नई
उम्मीदें .... सब कह रहें हैं- पुराना भूल कर कुछ नया करेंगे!
सुन रहे हो न!"- हमें तो वही सब पुराना चाहिए, पुराने
साथी , हमदर्द, दोस्त!कैसे भूल सकते हैं हम उनके साथ बिताये लम्हें वो पल ...वो मेरे सुख दुःख, हँसी खुशी जो मेरे सभी अपने हैं!तुम सुन रहे हो न! हम सबकुछ पिछला ले कर आगे बढ़ने को तैयार हैं ...
दिन, साल, महीने हमें सब वही लगते हैं ...!!
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