18 JUL 2018 AT 1:13

ये दिल क्यो उदास हैं
क्या खुद से निराश हैं
या स्वमं की तालाश हैं
ये कमज़ोर की धरा नही
ये ऊर्जा से पटी पड़ी
तुम देख लो सूर्य को
या असीम पहाड़ को
तुम देख लो समुद्र को
या वेग तूफान का
ये रचना स्वमं से
ये सत्य ही अनंत हैं
ऐ दिल इसी को जान लो
निरर्थ न परेशान हो !

- Übermensch