मेरे मुल्क़ में आज कल बैठे मसान बहुत है सफ़ेद लिबाज़ ओढ़ ये क्रब खोदते बहुत है - Ramesh kumar
मेरे मुल्क़ में आज कल बैठे मसान बहुत है सफ़ेद लिबाज़ ओढ़ ये क्रब खोदते बहुत है
- Ramesh kumar