आज बड़ी ऐंठ से नजर अंदाज कर दिया हमें जिन्हे हमने नजर से भी नहीं था कभी गिराया -
आज बड़ी ऐंठ से नजर अंदाज कर दिया हमें जिन्हे हमने नजर से भी नहीं था कभी गिराया
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वो बोला बात कर लेते मुझसेमैं आस पास ही तो थाहमने कुछ कह दिया तो बोलाछोड़ो बात करने से क्या फायदा -
वो बोला बात कर लेते मुझसेमैं आस पास ही तो थाहमने कुछ कह दिया तो बोलाछोड़ो बात करने से क्या फायदा
"बस इतनी सी बात समंदर के दिल को लग गई एक काग़ज़ की कश्ती मुझ पर कैसे चल गई" -
"बस इतनी सी बात समंदर के दिल को लग गई एक काग़ज़ की कश्ती मुझ पर कैसे चल गई"
हर तरफ सफ़र हैं और उसकी बद गुमानीयां ना जानें क्यूं कोई मंज़िल की बात करता नहीं -
हर तरफ सफ़र हैं और उसकी बद गुमानीयां ना जानें क्यूं कोई मंज़िल की बात करता नहीं
मैं, उसकी कहानी में कभी थी ही नहींमैं, खुद को बेवजह ही अहम मानती रही -
मैं, उसकी कहानी में कभी थी ही नहींमैं, खुद को बेवजह ही अहम मानती रही
मेरी फितरत में नहीं हैबात को बढ़ानामेरी चुप्पी को समझते तोबात ना बढ़ती -
मेरी फितरत में नहीं हैबात को बढ़ानामेरी चुप्पी को समझते तोबात ना बढ़ती
उससे बात होती है जरूरबस अब बात ही होती है -
उससे बात होती है जरूरबस अब बात ही होती है
अर्ज़ किया है ~ कैसे करूँ तुमसे कोई शिकवा या शिकायतके तुम पास नही हो मगर साथ तो हो -
अर्ज़ किया है ~ कैसे करूँ तुमसे कोई शिकवा या शिकायतके तुम पास नही हो मगर साथ तो हो
♡♡तुम वो सब होजिसकी मुझे चाह थी तब भी जब कोई चाह नही थी ♡♡ -
♡♡तुम वो सब होजिसकी मुझे चाह थी तब भी जब कोई चाह नही थी ♡♡