खुद की ख़्वाइशों को तमाम किया है तेरी ख़ातिरसाहिब फिर भी आज तलक तुम्हारे लियेे मैं गैर हूँ। #राखी - #राखी
खुद की ख़्वाइशों को तमाम किया है तेरी ख़ातिरसाहिब फिर भी आज तलक तुम्हारे लियेे मैं गैर हूँ। #राखी
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