Rakesh Patwa   (Rakesh..... "बेखौफ")
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Joined 7 March 2018


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Joined 7 March 2018
1 OCT 2022 AT 13:34

मेरी मां.....
कल रात को देखा था मैंने अपनी मां को अपने ख्वाब में, सो रहा था मैं उनकी आंचल की छांव में, ऐसा लगा जैसे मुझे सब कुछ मिल गया, तेरी ममता को देखकर मेरा रोम-रोम खिल गया। मेरे सर पर हाथ तूने कुछ ऐसे घुमाया था पल भर में सारे दर्द को तूने मिटाया था। खुश तो बहुत था मैं तुझे अपने पास पाकर, फिर अचानक से याद आया यह तो सिर्फ एक सपना है। हे मां तेरे सिवा तू ही बता इस जहां में कौन मेरा अपना है। आंखें नम हुई मेरी और दिल मेरा भर आया। जब तुझे है मां अपने से दूर तुझे पाया।

मां क्यों इतनी जल्दी तू हमसे दूर हो गई। हमें अकेला छोड़ने पर मजबूर हो गई। मां ने कहा मुझसे बेटा मैं तुझ से कहीं दूर नहीं हूं, तु मुझे बुलाएगा मैं चली आऊंगी अब मैं मजबूर नहीं हूं। मेरे सारे दर्द से मुझे आराम मिल गया। तू चिंता ना कर खुश हूं मैं यहां मुझे अब मेरा श्याम मिल गया।
सुन के तेरी बात को दिल को मेरे आराम मिल गया। हे मां तू हमेशा साथ है मेरे तेरा यह पैगाम मिल गया।

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28 APR 2022 AT 12:03

तेरे बिना मेरी जिंदगी की हर बात अधूरी है,
तेरे बिना मेरी जिंदगी की दिन और रात अधूरी है।
एक दुसरे के साथ हसते मुस्कुरते यु ही बीत जाय ये जिंदगी,
बिन तेरे इस जिंदगी की हर सौगात अधुरी है।


Happy Marriage Anniversary My Dear Wife
Sarswati

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12 MAR 2022 AT 20:15

दुनिया की सारी दौलत को लेकर
शुकून खरीदना चला था मैं...!
मगर अफसोस मुझे खाली
हाथ ही घर लौटना पड़ा।

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12 MAR 2022 AT 13:23

जरा संभलकर करना
हर कर्म यहां
तुम्हें हर कर्म का
हिसाब देना होगा,
खुदा के घर हर सवाल का
तुम्हें जवाब देना होगा।

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10 MAR 2022 AT 16:14

जो दूसरों कि गलतियों पर अक्सर शोर मचाया करते हैं,
वो अपनी गलतियो पर क्यू ख़ामोश हो जाया करते हैं।
शायद उन्हें लगता है किसी ने कुछ देखा ही नहीं ,
खुदा सब देख रहा है ये बात वो भूल जाया करते हैं।

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8 MAR 2022 AT 17:10

मेरी हार को अपनी जीत ना समझना,
मैं हारा हूं तो सिर्फ रिश्ते निभाने की खातिर।

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8 MAR 2022 AT 14:52

मेरी खामोशी को मेरी
कमजोरी ना समझना।
बस इतना याद रखना की
ख़ामोश हूं मैं,
मुझे गूंगा मत समझाना.....!

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8 MAR 2022 AT 13:48

न जाने कैसे कैसे लोग होते है जमाने में
अपनों की कोई कदर नहीं,
लगे हैं दूसरों से रिश्ता निभाने में...!

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8 MAR 2022 AT 13:36

ही होती है
जो तुम्हें इस दुनियां में लाती है।
एक औरत ही होती है
जो तुम्हें सब कुछ सिखाते हैं।
एक औरत ही होती है
जो तुम्हें पहला निवाला खिलाती है।
एक औरत ही होती है
जो हर रिश्ते निभाती है।
एक औरत ही होती है
जो वक्त आने पर काली,
दुर्गा और चंडी बन जाती है।

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6 MAR 2022 AT 7:58

जीवन का अंत भी कहां इतना आसान होता है,
पल पल तड़पना पड़ता है मौत आने से पहले...!

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