14 MAR 2018 AT 9:53

कुछ तसल्लियाँ
और कुछ तजु़र्बे
यादों की परखनली में हों तो
सुकून का अन्वेषण
संभाव्य है न...
रजनी
🕊🕊

- 🕊️ प्रकृति 🍃