Rajesh Suryavanshi   (✍🏻 राजेश "राणा" ©)
658 Followers · 218 Following

read more
Joined 23 February 2017


read more
Joined 23 February 2017
30 JAN 2022 AT 9:42

बचपन में नारें लगाए हमनें,
कि महात्मा गाँधी अमर रहे ,
दौर-ए-हालात बयाँ कर रहा है,
कि महात्मा गाँधी मर रहे ,
ख़ुद को कितना शर्मिंदा रखा है ,
कि सिर्फ नोटों में जिंदा रखा है ,
गाँधी जी को नोटों में नही,
अपने जेहन में जिंदा रखों ,
ज़िंदा रखों क्योंकि इससे,
तुम्हारे अंदर मर रहा इंसान
जिंदा रहेगा , वरना हालात
ये है कि अब इंसानियत भी
दफन होने वाली है.........— % &

-


30 AUG 2021 AT 10:13

श्रीकृष्ण हमें सिखातें है...

पैदा होते ही जीवन संघर्ष शुरू हो जाएगा...
किसी भी उम्र में जिम्मेदारी उठाना पड़ जाएगी...
जीवन में दर्शन और सुदर्शन दोनों महत्वपूर्ण है ,
और कब किसका प्रयोग करना है ये उससे अधिक महत्वपूर्ण है ।
योजना में सफल होने के लिए दूरदृष्टि और निकटदृष्टि दोनों जरूरी है ।
घर ही हर ईंट में विवाद हो सकता है , मगर घर की नींव का पत्थर मजबूती से जुड़ा रहे तो आधार बना रहता है।
देश और समाज की खुशहाली के लिए शांति जरूरी है , और शांति स्थापित करने के लिए कभी युद्ध तो समझौते दोंनो करना ही पड़ते है।
नारी का सम्मान और हक़ पहले-पहल जरूरी है वरना महाभारत होने में देर नही लगती ।
पारिवारिक मोह उतना हो जितने में निबाह हो सके , जरूरत से ज्यादा मोह भी कष्ट का कारण बनता है।
जीवन है तो मरण भी होगा लेकिन जीवन का कारण जानना जरूरी है , मरण तो अंतिम समय की घड़ी है।

-


22 AUG 2021 AT 13:27

यू तो हमदर्दों की फौज खड़ी रहती है अपने लिए ,
मगर किसी के कांधे कमजोर है तो किसी के बाजू ।

-


8 AUG 2021 AT 8:48

देश के लिए खेलों ,
और देश के लिए जीतों ,
तो पूरा देश नाज़ करता है ,
और जितने वाला खिलाड़ी ,
हरएक दिल पर राज करता है ।

#1stGold #Olympic

-


1 AUG 2021 AT 9:56

" मित्र ऐसा हो कि उसका चित्र सदैव आपके हृदयस्थल में विद्यमान रहें ! "

-


8 JUL 2021 AT 11:14

" अगर हौसला पहाड़ जैसा हो तो पत्थर जैसी मुश्किलें भी आपको धूल सी नज़र आएगी ! "

-


6 JUL 2021 AT 15:40

" हर चीज हाथ से फिसलती जा रही है , थोड़े से खुरदुरे होते तो अच्छा था । "

-


20 JUN 2021 AT 8:10

घर की सुरक्षा में तैनात आँखे पिता ,
बच्चों की उड़ान के लिए पाखें पिता ।

तिनके-तिनके जुटाकर बनाता जो घोंसला ,
तोड़ न पाए कोई वो फौलादी हौसला पिता ।

माँ स्नेह की मूरत तो अनुशासन की धुरी पिता ,
ज़िन्दगानी लगे जिसके बिना अधूरी वो पिता ।

-


13 MAY 2021 AT 10:01

वो अगर सुई चुभाँति भी है ,
तो किसी दर्द को दूर करने के लिए ,

वो कड़वी गोली खिलाती भी है ,
तो किसी मर्ज़ को दूर करने के लिए ,

वो किसी दर्द की दवा सी है ,
वो कोई जादुई हवा सी है ,

छूते ही उसके हर रोग भागता है ,
वो दवाई से भीगी रुई सी है ।

#Internationalnurseday
#विश्वपरिचारिकादिवस
#Saluteforyou

-


30 APR 2021 AT 23:11

अक्सर जोरो से चर्चा में बनें रहने वाले दिल को
कम्बख्त दो जोड़ी फेफड़ो ने ,
हाशिये पे धकेल दिया,
दिल के जले हूए लोग अक्सर ,
दो कश खींचकर ,
दिल की खुन्नस फेफड़े को जलाकर निकालते थे ,
फिर भी फेफड़े बेचारे आखरी कश तक साथ देते थे ,
जब तक की उनका कतरा-कतरा नही जल जाता ,
कोई जहरीली वबा वाली हवा चली है ,
जो फेफड़ो को तार-तार कर रही ,
जो दिल था वो किसी काम का न रहा अब ,
आपके फेफड़े मज़बूत है तो जीने की बात करो ।
30/04/2021

-


Fetching Rajesh Suryavanshi Quotes