आखों की नजरे नम हो गई
बाते करना भी अब कम हो गई
पता नही अब गलती किसकी हैं
वक्त बुरा है या अब बुरे हम हो गए
✍ Naresh Jalore 🚩-
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गुम से हैं गम का पता नही
देखा है चेहरा जब से आपका
हमे अपने आप का भी पता नही
✍ Naresh Jalore 🚩-
आप से जो मिले इस कदर
हम गुमशुम से हो गए
देखते ही आपको
हम अपने आप को ही भूल गए
✍ Naresh Jalore 🚩
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हर खुशी को तेरे नसीब में
छाए मेरी एक खुशी कम हो जाए
दुआ करता हु बहन तेरे इस भाई
के होते हुए तेरी आखों में कभी
आसु न आए
✍ Naresh Jalore 🚩-
खिलते हुए ये फूलों का कहना है
चलते श्रावण का कहना है
मत बिछड़ना भाई बहन के
रिश्ते से कभी
यही रिश्ता ही यादों का
सार हैं
✍ Naresh Jalore 🚩-
हर सुबह हो दीदार आपका
वो सुबह चाहिए
आंख खुलते ही
आप ही सामने चाहिए
✍ Naresh Jalore 🚩
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दिल की बात दिल तक होनी चाहिए
आप हो या हम जो भी बात हो
वो साफ होनी चाहिए
✍ Naresh Jalore 🚩-
आप से जो इस कदर हम
वाकिफ हुए
एक बार क्या देखा
देखते ही गुमशुम हो गए
✍ Naresh Jalore 🚩
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जरा रफ़्तार से चल।
लाले
यहा पीछे वही हैं
जो दौड़ा नहीं
✍ Naresh Jalore 🚩-