14 MAY 2017 AT 0:05


अर्ज़ किया है

के अब वो खिलते नही मुस्कुराते समय
जो खिल खिला कर मुस्कुराया करते थे
अब वो मिलते नहीं हमे आते जाते कभी
जो कभी हमसे मिलने आया जाया करते थे।

- RV